
अपने काम का अभ्यास करें
किसी भी फील्ड में किसी भी इंसान की बहुत बड़ी मास्टरी होने का मतलब क्या होता हैं उसका मतलब होता हैं प्रक्टिस यानी कि उस काम की इतनी ज्यादा प्रक्टिस कर देना की प्रक्टिस करने कि हद पार हो जाय उसे कहते असली प्रक्टिस। ओर इसी प्रक्टिस से आती अपने काम मे मास्टरी। तो यहाँ पर ये तो पूरा clear है कि अगर किसी भी काम मे अगर मास्टरी हासिल करनी है तो उसका पहला स्टेप है प्रक्टिस ओर प्रैक्टिस भी सही तरीके के साथ सही दिशा में। प्रैक्टिस से आप वो चीजें हासिल कर सकते हो जो आप बिना प्रैक्टिस के सोच भी नही सकते हो। इस दुनियां में आपने जितने भी बड़े बड़े दिग्जो के बारे में सुना है उन सबके पीछे का कारण उनके काम में की गई प्रैक्टिस ही है। चाहें वो कोई भी हो और किसी भी फील्ड से हो। आपको जिस भी काम मे एक्सपर्ट बनना है तो उस काम की उतनी ही प्रैक्टिस करनी होगी जितने आप एक्सपर्ट बनना चाहते हैं ये एक सिंपल सा रूल है । जिसको फ़ॉलो करके आज कितने ही आम लोग आज एक सेलेब्रिटी बन गए है। जब आप किसी काम की प्रैक्टिस करना शुरू करते हो तो तकलीफ तो बहुत होगी लेकिन एक टाइम के बाद वोही तकलीफ आपको मजा भी देगी बस आपको एक बार अपने काम की प्रैक्टिस शुरू करनी हैं और तब तक नही रुकना है जब तक आप उस काम के मास्टर नही बन जाओ । अगर आपने अपने काम कि प्रैक्टिस को केवल 20k घन्टो कि भी कर दी तो आप उस काम मे एक बेहतर इंसान तो बन ही जाओ गे। तो अब आपको इस Paragraph से यही लेके जाना है अपने साथ कि में जो भी काम कर रहा हूँ या करने वाला हूं तो उस काम की इतनी प्रैक्टिस करुगा या करुँगी की उस काम मे मेरी एक्सपर्टीज बन जाए !
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