Editor's Desk | 27 January 2024, 10:40 AM IST

48 Laws of Power by Robert Greene Book Summary

किताब के बारे में
इस किताब में आप सीखेंगे 48 नियम जो आपको एक शक्तिशाली इंसान बनने के लिए पता होने चाहिए। इस बुक समरी में हम शक्तिशाली बनने के 15 नियम जानेंगे। अगर आप भी बहुत बड़ी कामयाबी हासिल करना चाहते हैं और उसे हमेशा बनाए रखना चाहते हैं तो शक्ति के ये 15 नियम आपको पता होने चाहिए।
ये किताब किसे पढ़नी चाहिए
यह किताब उन सभी लोगों को पढ़नी चाहिए जो जिंदगी में शक्तिशाली बनना चाहते हैं और कामयाबी हासिल करना चाहते हैं।
लेखक के बारे
रोबर्ट ग्रीन एक अमेरिकन ऑथर है जिन्होंने रणनीतियों और पावर हासिल करने के ऊपर कई किताबें लिखी है।
इस किताब की खास लर्निंग
शक्तिशाली बनने के 15 नियम। अगर आप भी बहुत बड़ी कामयाबी हासिल करना चाहते हैं और उसे हमेशा बनाए रखना चाहते हैं तो शक्ति के ये 15 नियम आपको पता होने चाहिए।
1. कभी भी अपने बॉस से श्रेष्ठ न दिखें
हमेशा अपने बॉस को या अपने से ऊंचे लोगों को यह महसूस ना कराए की आप उनसे ज्यादा स्मार्ट या बुद्धिमान है। उन्हें इंप्रेस करने के लिए कभी भी अपनी स्किल्स और एबिलिटी का जरूर से ज्यादा दिखावा न करें। अगर आप ऐसा करेंगे, तो रिजल्ट ठीक उसके उल्टा होगा जो आपने उन्हें इंप्रेस करने से पहले सोचा था। जब आप खुद को सामने वाले इंसान से ज्यादा स्मार्ट दिखाते हैं तो वो आपसे भयभीत और इनसिक्योर फील करेगें। जो आपके लिए बिल्कुल भी सही नहीं है। इसकी जगह अगर आप अपने बॉस को ज्यादा प्रतिभाशाली या बुद्धिमान बताते रहेंगे, तो आप बुलंदियों और कामयाबी को छू लेंगे।
2. अपने मित्रों पर कम भरोसा करें और शत्रुओं से काम लेना सीखें
अपने दोस्तों से सावधान रहें, क्योंकि आपके दोस्त आपकी सफलता से बहुत जल्दी जलने लगते हैं और इसलिए वे आपको बहुत जल्दी धोखा भी देंगे। आपके आज के अच्छे दोस्त फ्यूचर में आपके दुख का कारण भी बन सकते हैं। इसके बजाय अगर आप किसी पुराने दुश्मन को काम पर रखेंगे तो वह आपके दोस्त से ज्यादा वफादार और ईमानदार होगा, क्योंकि उसे आपको बहुत कुछ साबित करना है। असल में आपको अपने दुश्मनों से नहीं बल्कि अपने दोस्तों से डरना चाहिए। रॉबर्ट ग्रीन का कहना है कि अगर आपका कोई दुश्मन नहीं है तो दुश्मन बनने के तरीके खोजे।
3. अपने इरादे छिपाकर रखें
आप किस उद्देश्य से काम कर रहे हैं यह किसी को पता न चलने दे। इससे लोग कंफ्यूज रहेंगे और आपके खिलाफ कोई प्लानिंग नहीं बना पाएंगे। अगर लोगों को इस बात का अंदाजा ही नहीं होगा कि आप क्या करना चाहते हैं, तो वे आपके रास्ते में कभी नहीं आएंगे। इस तरह से आप उन्हें गलत दिशा में काफी दूर तक ले जा सकते हैं और काफी समय तक गुमराह कर सकते हैं। और जब तक उन्हें आपके इरादों का एहसास होगा तब तक बहुत देर हो चुकी होगी। और आप अपना काम पूरा कर चुके होंगे।
4. हमेशा जरूरत से कम बोलें
लोगों के सामने ज्यादा बोलकर अपने शब्दों से उन्हें इंप्रेस करने की कोशिश न करें। आप जितना ज्यादा बोलेंगे, उतने ही ज्यादा कमजोर और साधारण नजर आएंगे और आपका नियंत्रण उतना ही कम होगा। अगर आप अपनी बात को क्लियर नहीं रखेंगे तो आपकी इंपॉर्टेंट बात भी यूजलेस लगेगी। पावरफुल लोग हमेशा  कम बोलकर लोगो को इंप्रेस करते हैं और पावरफुल दिखते हैं। और एक बात हमेशा याद रखें कि इस बात की ज्यादा संभावना होती है कि ज्यादा बोलते समय आपके मुंह से कोई ना कोई मूर्खतापूर्ण बात निकल ही जाएगी।
5. प्रतिष्ठा पर बहुत कुछ निर्भर करता है – हर कीमत पर इसकी रक्षा करें
रिस्पेक्ट पावर की नींव है। सिर्फ रिस्पेक्ट के माध्यम से ही आप डोमिनेंस कायम कर सकते हैं और सक्सेस पा सकते हैं। एक बार आप अपनी रिस्पेक्ट को खो देते हैं तो आप इनसिक्योर हो जाएंगे और हर तरफ से आपको सचाई का सामना करना पड़ेगा। इसलिए अपनी ऐसी रिस्पेक्ट बनाएं लोगों में की कोई आप पर उंगली तक ना उठा सके। हमेशा अवेयर रहे अपनी रिस्पेक्ट पर आने वाले खतरों को लेकर और उन खतरों के आने से पहले ही उन्हें पूरी तरह से खत्म कर दे।
6. हर कीमत पर सबका ध्यान आकर्षित करें
हर चीज की कीमत दिखने के आधार पर की जाती है। जो नजर नहीं आता है, उसका कोई मूल्य नहीं होता है। इसलिए भीड़ का हिस्सा न बने और गुमनामी में दफन होकर न रहे। हमेशा सबसे अलग हटकर दिखने की कोशिश करें। हर कीमत पर लोगों की नजरों में रहे। बोरिंग लोगों से ज्यादा महान, ज्यादा दिलचस्प और ज्यादा रहस्यमय दिखकर ऐसा चुंबक बन जाए, जो सबका ध्यान अपनी तरफ खींचे। कभी भी भेड़ चाल का हिस्सा न बने कुछ ऐसा काम करें जिससे लोग आपकी तरफ आकर्षित हो जाए।
7. काम दूसरों से कराए लेकिन श्रेय खुद लें
अपने लक्ष्य तक पहुंचाने के लिए दूसरों की समझदारी, ज्ञान और मेहनत का इस्तेमाल करें। इस तरह से आप न सिर्फ अपना कीमती समय और ऊर्जा बचाएंगे, बल्कि इससे आपकी यह इमेज भी बनेगी कि आप बहुत एफिशिएंट और तेज है। लोग आपको याद रखेंगे और आपके साथ काम करने वालो को इसकी भनक तक नहीं लगेगी। कहने का मतलब यह है कि जो काम आप दूसरों से करवा सकते हैं, वो काम आप खुद कभी न करें।
8. दूसरों को अपने पास बुलाए – जरूरत पड़ने पर दाना भी डालें
जब आप दूसरे व्यक्ति को कोई काम करने के लिए मजबूर करते हैं, तो कंट्रोल आपके हाथ में होता है। हमेशा ज्यादा अच्छा यही होता है कि आपका कंपीटीटर आपके पास आए न की आप उसके पास जाए और उसके फलाए हुए जाल में फंस जाए। अपने कंपीटीटर को किसी तरह का लालच देकर उसे ललचाए और फिर मौका मिलते ही उस पर हमला कर दे ऐसा करने से जितने सारे चांस आपके होंगे।
9. बहस से नहीं, अपने कामों से जीतें
बहस से मिलने वाली थोड़ी सी दर की जीत दरअसल खोखली होती है। इससे सामने वाले इंसान के विचार नहीं बदलते हैं। इसके बजाय उसके मन में गुस्सा और दुर्भावना पैदा होती है, जो काफी समय तक कायम रहती है। इसलिए कुछ बोले बिना अपने काम से दूसरों को प्रभावित करना ज्यादा असरदार होता है। बोले नहीं बल्कि काम करके दिखा दें अपना फोकस सिर्फ रिज़ल्ट देने पर कंद्रित करें।
10. संक्रमण: दुखी और बदकिस्मत लोगों से बचें
आप किसी दूसरे के दुख से मर सकते है। इमोशनल सिचुएशंस बीमारियों की तरह फैलने वाली होती है। हो सकता है आपको लगे कि आप डूबते आदमी की मदद कर रहे हैं, लेकिन यह याद रखें कि ऐसा करके आप सिर्फ़ अपनी मुश्किलें बढ़ा रहे हैं। बदकिस्मत लोग बदकिस्मती को अपनी तरफ आकर्षित करते हैं। अगर आप उनकी मदद करेंगे, तो बदकिस्मती आपकी तरफ भी आकर्षित हो जाएगी। इसलिए सुखी और खुशकिस्मत लोगों के साथ रहे।
11. लोगों को अपने पर निर्भर बनाना सीखें
अपनी स्वतंत्रता बनाए रखने के लिए आपको ऐसा बनना चाहिए,  ताकि लोगों को हमेशा आपकी जरूरत पड़े और वे आपको चाहे। आप पर जितना ज्यादा भरोसा किया जाएगा, आपके पास उतनी ही ज्यादा स्वतंत्रता होगी। आप कुछ ऐसा करें ताकि दूसरे लोग अपनी सुख समृद्धि के लिए आप पर निर्भर बन जाए। ऐसा करने के बाद आपको किसी चीज का डर नहीं रहेगा। इसलिए लोगों को इतना न सिखाए की आपके बिना उनका काम चल जाए।
12. शिकार को निरस्त्र करने के लिए थोड़ी सी ईमानदारी और उदारता का इस्तेमाल करें
एक सच्चा और ईमानदार कदम बेईमानी के दर्जनों क़दमो को ढक लेगा। संदेह करने वाले लोगों के रक्षाकवच आपकी ईमानदारी और उदारता के कामों से ढीले हो जाते हैं। जब आपकी थोड़ी सी ईमानदारी उनके कवच में छेद कर दे, तो इसके बाद आप उन्हें इच्छा अनुसार धोखा दे सकते हैं और उनसे मतलब का काम निकाल सकते हैं। कहने का मतलब यह है कि एक बार अगर आप किसी को यह एहसास दिला दे कि आप ईमानदार है तो फिर आप उनसे कुछ भी काम करवा सकते हैं।
13. मदद मांगते समय दया या कृतज्ञता की नहीं, बल्कि स्वार्थ की दुआई दें
अगर आपको किसी दोस्त की मदद चाहिए, तो उसे यह याद ने दिलाई कि आपने पहले उसकी कितनी मदद की है या उसके लिए कितने अच्छे काम किए हैं। अगर आप ऐसा करेंगे, तो वह आपको नजरअंदाज करने का कोई न कोई तरीका खोज ही लेगा। इसके बजाय अपनी रिक्वेस्ट में किसी ऐसी चीज की तरफ इशारा कर दे, जिससे उसे फायदा होगा। और इस फायदे को बड़ा चढाकर जोर शोर से बताएं। जब उसे यह लगेगा कि आपकी मदद करने के कारण उसका फायदा हो सकता है, तो वह पूरे उत्साह से आपकी मदद करेगा।
14. मित्र की तरह दिखें, लेकिन काम जासूस की तरह करें
अपने कंपीटीटर के बारे में जानना बहुत इंपॉर्टेंट है। वैल्युएबल जानकारी इकट्ठी करने के लिए जासूसों का इस्तेमाल करें, ताकि आप एक कदम आगे रह सके। इससे भी अच्छा तरीका यह है कि आप खुद जासूस का रोल करे। लोगों से इनडायरेक्ट सवाल पूछे, ताकि लोग अपनी कमजोरी और इरादों को उजागर कर दें। जो लोग चतुर जासूस होते है उनके लिए यह अवसर हर जगह और हर समय होता है। यह नियम कहता है कि आपको दोस्त की तरह दिखना है लेकिन जासूसों की तरह लोगों की कमजोरीओ को जानना है।
15. अपने दुश्मन को पूरी तरह से मिटा दें
मोजेस से लेकर आज तक के सभी महान लीडर्स जानते हैं कि जिस दुश्मन से भय या डर हो, उसे पूरी तरह से कुचल देना चाहिए। कई बार उन्होंने यह सबक कष्ट उठाकर सीखा था। अगर एक भी चिंगारी बची रही, चाहे यह कितनी ही हल्की हो, लास्ट में आग भड़क उठेगी। दुश्मन को पूरी तरह मिटाने के बजाय अधूरा कुचलने से बहुत नुकसान होता है। क्योंकि दुश्मन फिर से शक्तिशाली बन जाएगा और बदला लेगा। इसलिए उसे पूरी तरह से कुचल डालो शरीर से ही नहीं, बल्कि आत्मा से भी।

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