Editor's Desk | 04 September 2023, 07:36 AM IST

The Power Of Your Subconscious Mind Book Summary

किताब के बारे में
इस किताब में आपको पता चलेगा कि आपके अंदर एक जबरदस्त खजाना छुपा है जिसे सबकॉन्शियस माइंड कहते हैं। इससे आप जो चाहे वह हासिल कर सकते हैं अपनी लाइफ में। अगर आप प्यार, पैसा, खुशी, अच्छी सेहत, और सफलता पाना चाहते हैं तो यह किताब आपको वह सारे रास्ते बताएगी जिससे आप यह सब कुछ पा सकते हैं।
ये किताब किसे पढ़नी चाहिए
यह किताब उन लोगों को पढ़नी चाहिए जो अपनी लाइफ में प्यार, पैसा, खुशी, अच्छी सेहत, और सफलता पाना चाहते हैं। और उन लोगों को जो अपनी लाइफ में हार मान चुके हैं। और जो लोग अपनी जिंदगी को बदलना चाहते हैं।
लेखक के बारे में
डॉक्टर जोसेफ मर्फी दैवीय शक्तियों के ज्ञाता और सुप्रसिद्ध लेखक थे। उनका जन्म आयरलैंड में हुआ। डॉक्टर जोसेफ मर्फी ने पूरे विश्व में लेक्चर दिए और अपने पाठकों के लिए पुस्तकें लिखी।
इस किताब की खास लर्निंग
1. आपके अंदर बहुत बड़ा खजाना है
आपके अंदर सोने की खान है, जिसमें से आप अपनी जिंदगी को खुशी, प्यार, आनंद, और अच्छी सेहत के साथ जीने के लिए कुछ भी निकाल सकते हैं। आप जो कुछ भी चाहते हैं, इस सोने की खान से निकाल सकते हैं। और यह सोने की खान आपका सबकॉन्शियस माइंड है।
क्या आपको पता है एक चुंबकीय स्टील का टुकड़ा अपने वजन का बाहर गुना बोझ उठा सकता है और यदि आप इस स्टील के टुकड़े से चुंबक निकाल दे तो यह अपने वजन से कम बोझ को भी नहीं उठा सकता है। ऐसे ही दो तरह के इंसान होते हैं। एक चुंबकीय इंसान जिसमें आत्मविश्वास और आस्था होती है। वह जानता है कि उसका जन्म जीतने और सक्सेसफुल होने के लिए हुआ है। लेकिन दूसरी ओर वो इंसान हैं, जो चुंबकीय नहीं है। वह डर से भरा हुआ है, भयभीत और कन्फ्यूज्ड है। उसके सामने जब अपॉर्चुनिटी आती है तो वह कहता है, “मैं फेल हो सकता हूं, मैं अपना पैसा गंवा सकता हूं, लोग मुझ पर हसेंगे। इस तरह का इंसान अपने जीवन में बहुत आगे नहीं जा सकता, क्योंकि उसे आगे जाने में डर लगता है, वह जहां है, वही रहता है। इसलिए एक चुंबकीय इंसान बने और जन्म जन्मांतर के रहस्य को खोजें और उस पर महारत हासिल करें।
आप अपने अवचेतन मन की छुपी हुई शक्तियों के साथ संपर्क बनाकर अपने जीवन में ज्यादा संपत्ति, अच्छा स्वास्थ्य, खुशाली और आनंद ला सकते हैं। और आपको इस शक्ति को हासिल करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि यह आपके पास पहले से मौजूद है, बस आप इसका उपयोग करना नहीं जानते हैं। आप अपने जीवन को और बड़ा, समृद्ध और पहले से शानदार बनाने का निश्चय करें। आपके सबकॉन्शियस माइंड की गहराई में अनंत बुद्धिमता, अनंत शांति, और हर चीज़ जो आपके लिए जरूरी है उसकी अनलिमिटेड सप्लाई मौजूद है और वे आपके आदेश का इंतजार कर रही है। आपके अवचेतन मन में निहित अनलिमिटेड ज्ञान हर समय और हर जगह आपकी हर जरूरत का समाधान निकालेगा, जो आप जानना चाहते हैं, अगर आप उसे खुले मन से स्वीकार करें।
आप अपने अवचेतन मन की मदद से नए आइडिया पा सकते हैं और उन आइडिया को अप्लाई करके कुछ नया और क्रिएटिव इनोवेशन कर सकते हैं। यही नहीं बल्कि आपके अवचेतन मन का अनंत ज्ञान आपको अद्भुत ज्ञान दे सकता है। यह आपको जीवन में सही डिसीजन लेने में मदद कर सकता है और सही रास्ता दिखा सकता है। आप अपने अवचेतन मन के द्वारा जैसा लाइफ पार्टनर चाहते हैं वैसा पा सकते हैं। आपका अवचेतन मन आपको पैसों से जुड़ी स्वतंत्रता दे सकता है। आपके अवचेतन मन के पास आपकी हर एक समस्या का समाधान है। आपके अवचेतन मन में चमत्कारिक उपचार करने की शक्ति है, जो परेशान मन और टूटे दिलों को ठीक कर सकती है। आपके अवचेतन मन की शक्ति आपको हर तरह के सांसारिक और भौतिक बंधनों से आजाद कर सकती है।आप अपने अवचेतन मन की शक्ति से अपने काम में बेहतर रिज़ल्ट पा सकते हैं।
आप अपने अवचेतन मन से जिस चीज की छाप छोड़ते हैं, वह अंतरिक्ष के पटल पर एक परिस्थिति, अनुभव और एक घटना की तरह दिखती है। आपकी प्रार्थनाओं का उत्तर मिलता है, क्योंकि आपका अवचेतन मन एक सिद्धांत है। जैसे बिजली का सिद्धांत है कि वह अधिक पावर से कम पावर की तरफ काम करती है। इसी तरह आपका अवचेतन मन एक सिद्धांत है जो विश्वास के नियम के अनुसार चलता है। आप अपने अवचेतन मन को जिन बातों पर विश्वास करने के लिए कहेंगे, वह वैसा ही करेगा। मन का नियम विश्वास का नियम है। मतलब कि जिस तरह आपका मन काम करता है, उस पर अटूट विश्वास होना चाहिए। आपके मन का विश्वास ही आपके मन का विचार है। इसके अलावा कुछ नहीं। आपके सभी अनुभव, घटनाएं, परिस्थितियां और एक्शन अवचेतन मन के रिस्पांस के स्वरूप है। इसलिए याद रखें जिस चीज पर आपका विश्वास होगा वही चीज रिजल्ट के रूप में आपको मिलेगी।
झूठे विश्वासों, विचारों, अंधविश्वासों, और मानव जाति की आशंकाओं पर विश्वास करना छोड़ दें। शाश्वत सत्य और जीवन के सत्य पर विश्वास करना शुरू करें, जो कभी नहीं बदलते हैं, तभी आप आगे, ऊपर और ईश्वर की ओर बढ़ेंगे। हमेशा अपने मन को अच्छे विचार, शांति, प्यार, सफलता, खुशाली और शुभचिंतक की तरह व्यस्त रखें, तब आपके जीवन में चमत्कार होने लगेंगे।
आपके पास केवल एक मन है लेकिन इस मन के दो रूप है पहला है चेतन मन दूसरा है अवचेतन मन। चेतन और अवचेतन मन के क्या काम होते हैं? इसको हम इस तरह समझ सकते हैं कि आपका मन एक बगीचा है और आप एक माली है और जो आपके विचार हैं वह बीज है। अब आप इन बीजों को यानी कि विचारों को अपनी आदतों के अनुसार अपने अवचेतन मन में बोते हो या उगाते हों। और जिस तरह के बीजों यानी कि विचारों को आप अपने अवचेतन मन में उगाते हैं वैसे ही फल आपको अपनी लाइफ में मिलते है। इसलिए आज और अभी से आप शांति, खुशाली, सही काम, अच्छा संकल्प और दौलत के विचारों को अपने अवचेतन मन में बोना शुरू करें। शांति और इच्छा के साथ इन गुणों के बारे में सोचिए और अपने चेतन विवेकशील मन में पूरी तरह से स्वीकार करें। इन अच्छे विचार रूपी बीजों को अपने मन के बगीचे में लगातार उगाना जारी रखें, तब जाकर आपको एक शानदार जीवन की प्राप्ति होगी एक गौरवशाली फसल के रूप में।
आपका अवचेतन मन भूमि से जुड़ेगा, जो सभी तरह के बीजों को उगाएगा, चाहे वे अच्छे हों या बुरे। इसलिए यह आपके हाथ में है कि आप अपने अवचेतन मन में किस तरह के बीजों को यानी कि विचारों को उगाते हैं क्योंकि वही आपको आपकी लाइफ में फसल के रूप में मिलेंगे।
चेतन मन जहाज का कप्तान है। वह जहाज को दिशा देता है और इंजन रूम के लोगों को संकेतों से आदेश देता है, जो जहाज के उपकरणों और पैमाने को कंट्रोल करते हैं। इंजन रूम के लोगों को पता नहीं है कि वे कहां जा रहे हैं, वे केवल उसके आदेश का पालन करते हैं। क्योंकि वह वहां का इंचार्ज है जो केवल आदेश देता है जिन्हें जरुर पूरा किया जाता है। जहाज के व्यक्ति कप्तान को पलट कर जवाब नहीं देते, केवल वे आदेश का पालन करते हैं।
कप्तान जहाज का मालिक है और उसके आदेशों का पालन होता है। इसी तरह आपका चेतन मन कप्तान और आपके जहाज का मालिक है, जो आपके शरीर, आपके माहौल और आपके सभी कामों को कंट्रोल करता है। आपका अवचेतन मन केवल आपके दिए गए आदेशों को स्वीकार करता है, चेतन मन उस पर विश्वास करके और उसे सच समझकर आपको करने को कहता है।
जब आप बार-बार लोगों को कहते हैं “मैं इसे नहीं खरीद सकता, तब आपका अवचेतन मन आपकी बात को स्वीकार करता है और यह पक्का करता है कि आप उसे खरीदने की स्थिति में नहीं रहे जिसे आप खरीदना चाहते हैं। जब तक आप ऐसा कहते रहेंगे, मैं वह गाड़ी नहीं खरीद सकता, मैं वह घर नहीं खरीद सकता,” आप निश्चित रहिए, आपका अवचेतन मन आपके आदेश को स्वीकार करेगा और आप जीवन भर इन सब चीजों को कभी नहीं खरीद सकेंगे। 
इसे एक एग्जांपल से समझते हैं। क्रिसमस की शाम को एक सुंदर जवान लड़की ने एक दुकान की खिड़की में एक महंगा यात्री बैग देखा। वह छुट्टियों के लिए न्यूयॉर्क के बफेलो शहर जा रही थी। वह यह कहने वाली थी, “मैं यह बैग नहीं खरीद सकूंगी,” उसे किसी लेक्चर में मेरी कही हुई बात याद आ गई, जो थी “कभी भी नकारात्मक बात ने कहे, उसे तुरंत सकारात्मक बनाए और आपके जीवन में चमत्कार होने लगेंगे।” लड़की ने कहा, “यह बैग मेरा है। यह बिकने के लिए है, मैं इसको मन से स्वीकार करती हूं और मेरा अवचेतन मन यह पक्का करेगा कि यह मुझे मिले।” शाम के 8:00 बजे उसके पति ने उसे हुबहू वैसा ही बैग दिया, जैसा उसने देखा और मन ही मन उससे उस सुबह 10:00 बजे ही जुड़ गई थी। उसने अपने मन को उम्मीदों वाले विचारों से भर दिया था और इन सभी को मन की गहराइयों तक ले गई जो ‘कैसे करें’ में पारंगत है।
इसको एक और एग्जांपल से समझते हैं। अगर आप रात को सोते वक्त अपने अवचेतन मन को यह आदेश देते हैं कि मुझे सुबह 3:00 बजे उठना है तो आपका अवचेतन मन ठीक सुबह 3:00 आपको उठा देगा। आपका अवचेतन मन 24 घंटे काम करता है और आपके फायदे के लिए नियम बनाता है, और आपकी चाह के अनुसार आपको रिजल्ट देता है।
2. आपका दिमाग कैसे काम करता है
आपके पास जो मन है, आपको उसे यूज करना सीखना चाहिए। आपके दिमाग के दो लेवल है पहला है चेतन या तर्क करने वाला दूसरा है अवचेतन यानी कि तर्कहीन। आप अपने चेतन दिमाग से सोचते हैं और अपनी आदत के अनुसार जो भी आप सोचते हैं, वह आपके अवचेतन दिमाग में बस जाता है और आपके सोचने के स्वभाव के अनुसार उसकी रचना करता है। आपकी भावनाओं और क्रिएटिविटी दिमाग का स्थान आपका अवचेतन दिमाग है। अगर आप अच्छा सोचेंगे, तब अच्छा होगा और बुरा सोचेंगे तो बुरा। आपका दिमाग इसी तरह काम करता है।
एक बात हमेशा याद रखें। अवचेतन मन एक बार आपका विचार स्वीकार कर लेता है तो यह उसे इंप्लीमेंट करना शुरू कर देता है। यह एक बहुत दिलचस्प और काला सच  है कि अवचेतन दिमाग के नियम अच्छे और बुरे पर एक ही तरह से काम करते हैं। इस नियम का जब नेगेटिव तरीके से अभ्यास किया जाता है, तब यह हार, निराशा और दु:ख का कारण बनता है, लेकिन जब आपके सोचने का तरीका पॉजिटिव और रचनात्मक होता है, तब आप एक अच्छा स्वास्थ्य, सफलता और समृद्धि का अनुभव करते हैं।
सही दिशा में सोचने और अनुभव करने के लिए मानसिक शांति और स्वस्थ शरीर का होना बहुत जरूरी है। जिस चीज की आप मानसिक रूप से चाहत और सोच रखेंगे, आपका अवचेतन मन उसे स्वीकार कर आपके अनुभव को साकार करता है। सबसे इंपोर्टेंट बात केवल यह है कि आपको अपने अवचेतन मन को अपना विचार स्वीकार कराना होगा, तब आपके अवचेतन मन का नियम, अच्छा स्वास्थ्य, शांति और जिस डेजिग्नेशन की आप इच्छा कर रहे हैं, उसे सफल करेगा। आपके आदेश को आपका अवचेतन मन उसी रूप में लाएगा जैसा विचार आपने उस पर छोड़ा या गढ़ा है। आपके मन का नियम है: कि जिस तरह का विचार आप अपने चेतन मन में रखते हैं, उसी के अकॉर्डिंग आपका अवचेतन मन रिस्पांस देगा।
मनोवैज्ञानिक और मनोचिकित्सक इस फैक्ट्स की ओर इशारा करते हैं कि जब विचार आपके अवचेतन मन को दिए जाते हैं, तब वह दिमाग की कोशिकाओं में छाप छोड़ जाते हैं। आपका अवचेतन मन जैसे ही किसी विचार को स्वीकार करता है, तुरंत ही वह उसे इंप्लीमेंट करना शुरू कर देता है। यह आपके अंदर मौजूद अनंत शक्ति, ऊर्जा और ज्ञान को अपना लेता है। यह प्रकृति के नियमों को एक लाइन में अपने लिए खड़ा कर देता है। कभी-कभी यह आपकी परेशानियों का तुरंत सॉल्यूशन दे देता है, लेकिन कभी-कभी इस कई दिन, हफ्ते या इससे भी ज्यादा समय लग सकता है।
चेतन और अवचेतन स्थिति में अंतर: आपको याद रखना होगा कि यह दो दिमाग नहीं है, बल्कि एक ही दिमाग की एक्टिविटी के दो एरियाज है। आपका चेतन दिमाग तर्क करने वाला है। यह दिमाग की वह स्टेज है जिसमें आप किसी भी चीज का चुनाव करते हैं, जैसे आप कौनसी किताब पड़ेंगे, आप कौनसा घर खरीदेंगे और आप किस से शादी करेंगे, यह सब डिसीजन आप अपने चेतन दिमाग से करते हैं। दूसरी और आपका अवचेतन दिमाग अपने आप काम करता है। जैसे पाचन, सांस लेना, दिल का धड़कना यह सब आपके अवचेतन दिमाग के द्वारा चलता रहता है, जिन पर आपके चेतन मन का कोई कंट्रोल नहीं होता है।
आपका अवचेतन मन वहीं स्वीकार करता है, जो इसको कहा गया हो या जिस पर आप अपनी समझ के अकॉर्डिंग विश्वास करते हैं। यह आपके चेतन मन की तरह कारण नहीं ढूंढता और आपसे कोई बहस या आर्गुमेंट नहीं करता। आपका अवचेतन मन एक जमीन की तरह है, जो हर तरह के सही या खराब बीज स्वीकार करती है। आपके विचार एक्टिव है और उनकी तुलना बीज से की जा सकती है। नेगेटिव और विनाशकारी विचार आपके अवचेतन मन में उल्टा काम करते हैं और आगे चलकर बाहरी अनुभव उनके अनुसार ही होते हैं।
याद रखें, आपका अवचेतन मन इस बात को सिद्ध करने में नहीं लगा रहता कि आपके विचार अच्छे हैं या बुरे है, सच्चे है या झूठे है, लेकिन यह आपके विचारों या सुझावों की प्रकृति के अनुसार अपना रिस्पांस देता है। एग्जांपल के लिए अगर आप किसी चीज को जानबूझकर सच समझते हैं, चाहे वह झूठ ही क्यों न हो, तो आपका अवचेतन मन इसे सच मानकर इंप्लीमेंट करते हुए रिजल्ट लाएगा, क्योंकि आपने अपनी चेतना में इसे सच समझा था।
मनोचिकित्सकों द्वारा किए गए प्रयोग
मनोचिकित्सकों और दूसरे वैज्ञानिकों ने सम्मोहित लोगों पर बहुत सारे प्रयोग किए, उनमें उन्होंने पाया की अवचेतन दिमाग चुनाव या तुलना करने में सक्षम नहीं है, जो किसी भी लॉजिकल एक्टिविटी में जरूरी है। इस पहलू को उन्होंने कई बार दिखाया कि अवचेतन दिमाग किसी भी सुझाव को स्वीकार कर लेता है, चाहे वह झूठ ही क्यों न हो। अवचेतन दिमाग एक बार किसी सुझाव को मानने पर यह दिए गए सुझावों की प्रकृति के अनुसार रिस्पांस देता है।
अवचेतन मन के सुझाव पर इस चीज़ को समझाने के लिए यदि कोई एक्सपर्ट सम्मोहन करने वाला व्यक्ति  किसी सम्मोहित व्यक्ति को सुझाव देता है कि वह एक बिल्ली है या कुत्ता है तो वह उसकी सटीक नकल करेगा। उसका व्यक्तित्व कुछ समय के लिए बदल जाता है। वह अपने उसी रूप पर विश्वास करता है, जो उसे बताया गया हो। यह सब साधारण एग्जांपल आपके चेतन लॉजिकल दिमाग और आपके अवचेतन दिमाग के अंतर को साफ साफ दिखाते हैं। अवचेतन दिमाग चुनाव नहीं करता है और जो कुछ चेतन दिमाग कहता है उसे सच समझता है। इस तरह से आप पॉजिटिव विचार अपने अवचेतन मन को देख कर खुशी, स्वास्थ्य और सफलता पा सकते हैं।
उद्देश्य और वस्तुपरक दिमाग का एक्सप्लेनेशन
कभी-कभी आपके चेतन दिमाग को आपका उद्देश्य दिमाग भी कहां जाता है, क्योंकि यह बाहरी विषयों को देखता है। उद्देश्य दिमाग विषयपरक दुनिया का ज्ञन रखता है। इसका निरीक्षण करने का माध्यम आपकी पांच भौतिक इंद्रियां है। आपका उद्देश्य दिमाग आपके वातावरण के साथ संपर्क कराने में आपका मार्गदर्शक और निर्देशक है। आप अपनी पांच इंद्रियों के द्वारा ज्ञान प्राप्त करते हैं। आपका उद्देश्य दिमाग निरीक्षण, अनुभव और शिक्षा से सीखता है।
जैसा कि पहले भी कहा गया है, उद्देश्य दिमाग का सबसे मुख्य काम तर्क करना है। कल्पना कीजिए कि आप हर साल न्यूयॉर्क आने वाले हजारों टूरिस्ट में से एक है। आप इसके खूबसूरत बगीचों, और सुंदर घरों को देखकर इस निष्कर्ष पर पहुंचेंगे कि यह एक खूबसूरत शहर है। आपका उद्देश्य दिमाग इसी तरह काम करता है।
अक्सर आपके अवचेतन दिमाग को विषयपरक दिमाग भी कहते हैं। आपका विषयपरक दिमाग अपने माहौल को पांच इंद्रियों से अलग पहचानता है। आपका विषयपरक दिमाग अपने अंतर्ज्ञान से समझता है। यह आपकी भावनाओं और यादों का भंडार घर है। आपका विषयपरक दिमाग यानी कि अवचेतन दिमाग सबसे अच्छा काम तब करता है, जब आपकी उद्देश्य इंद्रियां एक्टिव नहीं होती। यानी कि यह बुद्धिमता है, जो उस समय भी अपना काम करती है, जिस समय उद्देश्य मस्तिष्क यानी कि चेतन दिमाग इनएक्टिव या नींद की अवस्था में होता है।
आपका विषयपरक दिमाग या अवचेतन दिमाग प्राकृतिक रूप से देखने वाले अंगों के बिना देख सकता है। यह दिव्य दृष्टि और दिव्य लिस्नर है। आपका अवचेतन दिमाग शरीर छोड़ सकता है, दूसरे देशों में जा सकता है, सही और सटीक प्रकृति की जानकारियां ला सकता है। आप अपने अवचेतन दिमाग द्वारा दूसरों के मन को पढ़ सकते हैं, बंद तिजोरीयो और लिफाफो के अंदर की विषयवस्तु को जान सकते हैं। आपका अवचेतन दिमाग या विषयपरक दिमाग दूसरों के विचारों को सामान्यता उपयोग में लाए जाने वाले संचार व्यवस्था के बिना समझने की क्षमता रखता है। सही प्रार्थना करने की कला सीखने के लिए यह बहुत जरूरी है कि हम उद्देश्य और विषयपरक दिमाग यानी चेतन और अवचेतन दिमाग के बीच का लेनदेन समझे।
अवचेतन दिमाग चेतन दिमाग की तरह तर्क नहीं कर सकता
आपका अवचेतन दिमाग बहस नहीं कर सकता, यदि आप इसे गलत सुझाव देंगे, यह इसे सच की तरह स्वीकार करेगा और उसे परिस्थितियों, अनुभवों और घटनाओं की तरह आगे बढ़ाएगा। आपके साथ जो भी चीजें होती है, वे आपके अवचेतन में बैठे विश्वास के कारण होती है। यदि आप गलत धारणा अपने मन को देते हैं तो उस पर जीत पाने का सही तरीका है रचनात्मक और सकारात्मक विचारों को बार-बार दोहराए जिसे आपका अवचेतन दिमाग स्वीकार करें और फिर नए व स्वस्थ विचारों और जीवन को बना पाए, क्योंकि अवचेतन दिमाग आदतों का स्थान है।
आपके चेतन मन की स्वाभाविक सोच आपके अवचेतन मन में गहरी छाप बनाती है। अगर आपके विचार सामंजस्यपूर्ण, शांतिपूर्ण और रचनात्मक है तो यह आपके लिए एक अनुकूल स्थिति है। अगर आप डर, चिंता और अन्य विनाशकारी सोच रखते हैं तो इसका इलाज केवल यही है कि आप अपने अवचेतन मन की हर जगह को पहचाने और उससे आजादी, खुशी और अच्छे स्वास्थ्य की कामना करें। आपका अवचेतन दिमाग रचनात्मक और दिव्य स्त्रोत बनकर आपकी हार्दिक इच्छानुसार आपके लिए आजादी और खुशियां लाने की तैयारी में लग जाएगा।
एग्जांपल के लिए एक औरत थी, जिसकी उम्र 75 साल थी। उसकी खुद को कहने की आदत थी, कि “मेरी याददाश्त खो हो रही है”, उसने इस आदत को उल्टा कर लिया और दिन में कई बार खुद को यह कह देती, कि “आज से मेरी याददाश्त हर क्षेत्र में सुधर रही है। हर समय और हर जगह जिनको जानने की मुझे आवश्यकता है, वह मुझे हमेशा याद रहेगा। इस तरह से मिली छाप क्लियर और ज्यादा निश्चित होगी। मैं खुद ही उन्हें आसानी से बनाए रखूंगी, जिस किसी चीज को मुझे याद रखने की आवश्यकता है, वे मेरे दिमाग में सही दिशा में उपस्थित हो जाएगी। मैं तेजी से हर दिन उन्नति कर रही हूं और बहुत शीघ्र मेरी याद पहले से कहीं बेहतर हो जाएगी।” तीन सप्ताह खत्म होने पर उसकी याददाश्त फिर से सामान्य हो गई और वह बहुत खुश थी।
3. आपके अवचेतन की चमत्कारी कार्य शक्ति
अवचेतन की शक्ति असाधारण है। यह आपको प्रोत्साहित करता है, आपका मार्गदर्शन करता है और यह याददाश्त के भंडार में से आपको नाम, तथ्य और दृश्यों को क्लियर करता है। आपका अवचेतन आपके दिल की धड़कन, रक्त प्रभाव,और पाचन क्रिया को कंट्रोल करता है। जब आप एक ब्रेड का टुकड़ा खाते हैं, तब आपका अवचेतन दिमाग इसको मांसपेशियों, हड्डियों और रक्त में परिवर्तित करता है। यह प्रोसेस दुनिया के किसी भी सबसे बुद्धिमान व्यक्ति के बस से बाहर है। आपका अवचतन दिमाग आपके शरीर के सभी इंर्पोटेंट रिएक्शन और एक्शंस को कंट्रोल करता है, साथ ही आपकी सभी प्रॉब्लम्स का जवाब इसे पता है।
आपका अवचेतन दिमाग कभी भी सोता नहीं है, न ही आराम करता है। यह हमेशा अपना काम करता रहता है। आप अपने अवचेतन की चमत्कारिक शक्ति को जान सकते हैं। केवल अपने अवचेतन मन को सोने से पहले बताएं कि आप किसी विशेष चीज को पाना चाहते हैं। आपको यह जानकर खुशी होगी की आपके अंदर कि ताकतें बाहर निकलकर आपको मन चाहें रिजल्ट की ओर ले जाएगी। यहां एक ऐसी ताकत और बुद्धिमत्ता का सोर्स है जो आपको श्रेष्ठ शक्ति या उस शक्ति से संपर्क कराती हैं, जो पूरे विश्व को चलाती है, जो ग्रोंह के क्रम का मार्गदर्शन करती है और सूरज के प्रकाश का कारण बनती है।
आपका अवचेतन दिमाग आपके आदर्शों, आकांक्षाओं और परोपकारी इच्छाओं का सोर्स है। यह अवचेतन दिमाग ही था जिसके द्वारा शेक्सपियर ने अपने समय के एक आम आदमी में छुपे महान सत्य का अनुभव किया था। निसंदेह ग्रीक शिल्पकार फिडियास ने अपने अवचेतन दिमाग के प्रतिक्रियास्वरूप संगमरमर और पीतल की अपनी मूर्तियों में एक निश्चित अनुपात में, सुंदरता, क्रम और समरूपता चित्रित की। इसी अवचेतन मन ने इटली के चित्रकार, राफेल को मैडोना की पेंटिंग और लुडविग वेन बिथोविन को सिफनी रचने लायक बनाया।
जब आप रुककर अपने अवचेतन दिमाग की अति उत्तम शक्ति के बारे में सोचते हैं तो क्या आप इस गूढ़ रहस्य से चकित नहीं हो जाते? इसकी अति भावुक अनुभूति जैसे दिव्य स्त्रोत, समय और स्थान से मुक्ति, सभी तरह के दर्द और पीड़ा से मुक्ति, आपके किसी भी तरह की और कैसी भी मुश्किलों को दूर करने की क्षमता के बारे में सोच। यह सब कई और अन्य अनुभव आपको दिखाते हैं कि आपके अंदर एक शक्ति और ज्ञान है, जो आपके ज्ञान को दूर तक ले जाते हैं, जिससे आप इसके चमत्कार पर हैरान होते हैं। यह अनुभव आपको आनंद देते हैं और आपके अवचेतन दिमाग की अपनी चमत्कारी कार्य शक्ति पर विश्वास बढ़ाते हैं।
आपका अवचेतन आपके जीवन की पुस्तक है
जिस तरह के विचार, विश्वास, मत, सिद्धांत या नीति आप अपने अवचेतन पर लिखते या निशान बनाते हैं, आपको उनका अनुभव एक परिस्थिति, वातावरण और घटनाओं जैसी लक्षित अभिव्यक्ति के रूप में होता है। जो कुछ भी आप अंदर लिखते हैं, उसका अनुभव आपको बाहर होता है। आपके जीवन के दो पहलू हैं वस्तुनिष्ठ और व्यक्तिनिष्ठ, दृश्य और अदृश्य, विचार और इसकी अभिव्यक्ति।
आपका दिमाग आपके विचार को ग्रहण करता है, जो आपके चेतन रिस्पांस वाले दिमाग का अंग है। जब आपका चेतन या लक्ष्य दिमाग विचार को पूर्ण रूप से स्वीकार करता है तो इससे स्नायु गुच्छ जिस आपके मस्तिष्क का दिमाग भी कहते हैं, को भेजा जाता है, जहां पर यह मास बन जाता है और आपके अनुभव से अभिव्यक्त होता है। जैसे कि हम पहले भी देख चुके हैं कि आपका अवचेतन विवाद नहीं कर सकता है। यह केवल वही करता है, जो आप इसके ऊपर लिखते हैं। यह आपके डिसीजन या आपके चेतन दिमाग के निष्कर्ष को अंतिम समझता है। इसी कारण आप हमेशा जीवन की पुस्तक पर लिखते रहते हैं, क्योंकि आपकी सोच आपके अनुभव हैं। अमेरिका के निबंधकार रॉल्फ वाल्डो इमर्सन ने कहा था, “मनुष्य वही है, जो वह दिन भर सोचता रहता है।”
जो कुछ अवचेतन में छापा जाता है, वही अभिव्यक्त होता है
अमेरिकी मनोविज्ञान के जनक विलियम जेम्स ने कहां था कि दुनिया को हिलाने की शक्ति आपके अवचेतन दिमाग में है। आपके अवचेतन दिमाग के पास अनंत बुद्धिमता और असीमित ज्ञान है। इसका पोषण गुप्त झरने करते हैं, जिसे जीवन का नियम कहते हैं। जो कुछ भी आप अपने अवचेतन दिमाग को करने के लिए कहेंगे, यह उसे इंप्लीमेंट करने के लिए स्वर्ग और पृथ्वी को हिला कर रख देगा।
इसलिए पहले आपको सही विचार और रचनात्मक सोच चिन्हित करना होगा। दुनिया में इतनी ज्यादा मुसीबत है उसका एकमात्र कारण है, क्योंकि लोग अपने चेतन और अवचेतन दिमाग की आपसी बातचीत को समझ नहीं पाते है। जब यह दोनों सिद्धांत सहमति, सामंजस्य के साथ शांति और समकालिक रूप से एक साथ होते हैं तो आपके पास अच्छा स्वास्थ्य, खुशी, शांति और आनंद होगा। जब चेतन और अवचेतन मिलकर सामंजस्यता और शांति से काम करते हैं, तब वहां कोई बीमारी या मनमुटाव नहीं होगा।
हरमीस के मकबरे को बहुत उम्मीदों और आश्चर्य के साथ खोला गया, क्योंकि लोगों को विश्वास था कि उसके अंदर सदियों का रहस्य छुपा हुआ है। लेकिन कोई रहस्य नहीं था क्योंकि रहस्य अपने अंदर था, जो कुछ अवचेतन दिमाग में छपा था, वही अंतरिक्ष के परदे पर था। इसी सच को मूसा, ईसा, बुद्ध, और सदियों के अन्य प्रकाशवान संतो ने बताया था।
जो कुछ भी आप सच की तरह महसूस करते हैं, वही वस्तुपरक के रूप में स्थितियों, परिस्थितियों और घटनाओं की तरह दिखाई देता है। गति और भावनाओं के बीच संतुलन जरूर होना चाहिए। जैसा स्वर्ग में वैसा ही पृथ्वी पर। यही जीवन का सबसे बड़ा नियम है। पूरी प्रकृति में आपको एक्शन और रिएक्शन और स्थिरता और गति का नियम मिलेगा।
इन दोनों में संतुलन होना चाहिए, तभी वहां पर सामंजस्य और संतुलन होगा। आपकी हताशा आपकी अधूरी इच्छा के कारण है।  यदि आप नकारात्मक, विनाशकारी और दुष्टतापूर्ण तरीके से सोचेंगे तो यह विचार विनाशकारी भावनाओं को पैदा करेंगे, जिसकी अभिव्यक्ति जरूर होगी और इसके लिए यह बाहर निकलने का रास्ता खोजेगी। ये भावनाएं नकारात्मक प्रकृति की होने की वजह से अक्सर दिल की परेशानी, अल्सर, तनाव और चिंता द्वारा दिखाई देती है।
अब अपने बारे में आपके क्या विचार या भावनाएं है? आपके शरीर का हर अंग इन्हें दर्शाता है। आपका जोश, शरीर, आर्थिक स्थिति, दोस्तों और समाज में आपका स्थान आपके अपने विचारों का उत्तम रिफ्लेक्शन है। इसका वास्तविक अर्थ है कि जो कुछ आपके अवचेतन मन में अंकित है, वही आपके जीवन की हर अवस्था में दिखता है।
जब हम नकारात्मक विचारों को ध्यान में रखते हैं, तब हम खुद को चोट पहुंचाते है। कितनी बार आपने गुस्सा होकर, डर से, ईर्ष्या और बदले की भावना से अपने को घायल किया है? ये जहर है, जो आपके अवचेतन दिमाग में चला जाता है, आप ऐसी नकारात्मक प्रवृत्ति के साथ पैदा नहीं हुए थे। यदि अपने अवचेतन दिमाग को जीवन देने वाले विचारों से पोषित करेंगे तो आप उसके अंदर बैठी सभी नकारात्मक वृतियों को मिटा देंगे। आप जैसे ही ऐसा करना शुरू करेंगे, आपका अतीत साफ हो जाएगा और ऐसा कुछ भी याद नहीं रहेगा।
अवचेतन त्वचा के दोष को ठीक करता है
अवचेतन ज्ञान जिसने आपके शरीर को बनाया है उसको अच्छे से पता है कि आपके शरीर को कैसे ठीक करना है बस आपको अपने अवचेतन मन को सही सुझाव देने की जरूरत है। जैसे कि “मेरा शरीर और इसके सभी अंगों की मेरे अवचेतन दिमाग के अनंत ज्ञान ने रचना की है। यह जानता है कि मुझे कैसे स्वस्थ करना है। इसके ज्ञान ने मेरे सभी अंगों, उतको, मांसपेशियों और हड्डियों को आकार दिया है। मेरे अंदर उपस्थित यह अनंत उपचार शक्ति अब मेरे हर परमाणु को बदल रही है और अब इनसे मुझे पूरी तरह से और उत्तम बना दिया है। मेरे अंदर जो उपचार हो रहा है, उसका मैं आभारी हूं। मेरे अंदर रचनात्मक ज्ञान का कार्य उत्तम है।” इस तरह अपने अवचेतन मन को पूरे विश्वास के साथ सुझाव दें और फिर चमत्कार देखें।
अवचेतन कैसे शरीर के सब कार्य नियंत्रित करता है
जब आप जागे हुए या अपने बिस्तर पर गहरी नींद में होते हैं, तब आपका अवचेतन मन बिना रुके, बिना थके लगातार बिना आपके चेतन दिमाग की सहायता लिए शरीर के सभी जरूरी अंगों को नियंत्रित करता है, एग्जांपल के लिए जब आप सोए रहते हैं, तब भी आपका हृदय लय में धड़कना जारी रखता है, आप के फेफड़े आराम नहीं करते और सांस लेने और छोड़ने की प्रक्रिया, जिसकी वजह से आपका रक्त ताजी हवा सोखता है, यह सब वैसे ही चलता रहता है, जैसे यह आपकी जागृत अवस्था में चल रहा था।
आपका अवचेतन आपकी पाचन प्रक्रियाओं और ग्रंथियों का रिसाव, साथ ही आपके शरीर के अन्य रहस्यमय संचालन पर नियंत्रण रखता है। आपके चेहरे के बाल बढ़ते रहते हैं, चाहे आप जागे या सोए हो। वैज्ञानिक हमें बताते हैं कि त्वचा जागने की अपेक्षा सोते समय अधिक पसीना निकालती है। आपकी आंखें, कान और अन्य इंद्रियां सोने के दौरान भी सक्रिय यानी कि एक्टिव रहती है, एग्जांपल के तौर पर हमारे कई महान वैज्ञानिकों को अपनी जटिल समस्याओं का उत्तर तब मिला, जब वे सोए हुए थे। उन्होंने स्वपन में अपना जवाब देखा। कभी-कभी आपका चेतन दिमाग सामान्य दिल की धड़कन, फेफड़ों, पेट और आंतों के कार्य में परेशानी, चिंता, भय और हताशा के द्वारा रुकावट डालता है। विचारों की ऐसी आकृति आपके अवचेतन दिमाग के सामंजस्यपूर्ण कार्य में बाधा डालती है। जब मानसिक रूप से परेशान हो, तब ऐसे विचारों को जाने दे, आराम दे या अपने विचारों की प्रक्रिया को रोक दें।
अपने अवचेतन दिमाग से बातें करें, उसे शांति, समरसता और दिव्य क्रम में जाने को कहें। आप देखेंगे कि आपके शरीर के सब कार्य फिर से सामान्य हो गए हैं। अपने अवचेतन दिमाग को दृढ़ता और अधिकारपूर्वक कहें कि वह आपके आदेश का पालन करेगा। आपका अवचेतन आपके जीवन को सुरक्षित रखेगा और किसी भी कीमत पर आपको स्वस्थ रखेगा। यह आपको अपने बच्चों को प्यार करवाता है, जो इस बात को दर्शाता है कि इसकी अंदरूनी इच्छा है कि आपका समस्त जीवन सुरक्षित रहे। कल्पना करें कि आपने खराब खाना खा लिया है। आपका अवचेतन आपको इससे उलट ने के लिए कहेगा या उल्टी करवाएगा। यदि आपने अनजाने में विष ले लिया है, तब आपकी अवचेतन शक्ति इसको निष्क्रिय करना शुरू कर देगी। यदि आपको पूर्ण रूप से इसके चमत्कारी कार्य शक्ति पर भरोसा है तो आप फिर से पूर्ण रूप से स्वस्थ हो जाएंगे।
कैसे अवचेतन से अपने लिए काम करवाया जाए
सबसे पहले यह समझना होगा कि आपका अवचेतन दिमाग हमेशा काम करता रहता है। यह दिन रात एक्टिव रहता है, चाहे आप इसे कहें या न कहें। आपका अवचेतन आपके शरीर का निर्माता है, लेकिन आप इसके अंदर की शांत प्रक्रिया को जानबूझकर समझ या सुन नहीं सकते। आपका मतलब केवल चेतन दिमाग से है, अवचेतन दिमाग से नहीं। केवल अपने चेतन दिमाग को उत्तम की अपेक्षा करते हुए व्यस्त रखिए और सुनिश्चित करें कि आपके विचार जिन्हें आप अक्सर सोचते हैं, वे सुंदर, सच, न्यायपूर्ण और अच्छी खबर वाले हों।
अब आप अपने चेतन दिमाग का ध्यान रखना शुरू करें, अपने दिल और दिमाग में आप जानते हैं कि आपका अवचेतन हमेशा आपकी आदत के अनुसार अभिव्यक्ति करता रहता है। याद रखें, जल जिस तरह उस पाइप का आकार ले लेता है जिससे होकर यह बहता है, उसी तरह जीवन का सिद्धांत आपके विचारों के अनुसार बहता है। अधिकारपूर्वक दावा करें कि अवचेतन में बहने वाली निरोग शक्ति आपके अंदर सामंजस्यता, स्वास्थ्य, शांति आनंद और प्रचुरता के साथ बह रही है। इसे रास्ते का जीवन ज्ञान, एक खूबसूरत साथी समझे। इस बात का दृढ़ता से विश्वास रखें कि यह लगातार आप से होते हुए आपको सजीव, प्रोत्साहित और समृद्ध करते हुए बह रही है। यह एकदम इसी तरह से जवाब देगा। यह आपके विश्वास के अनुरूप चलेगा।
4. प्राचीन समय में मानसिक उपचार
सदियों से सभी देशों के व्यक्तियों का स्वभावता: विश्वास था कि उनके आस पास ही उपचार शक्ति का अस्तित्व है, जो क्रियाओं और मनुष्य के शरीर में होने वाली संवेदनाओं को वापस स्वाभाविक अवस्था में ला सकती हैं। उनका विश्वास था कि इस अनोखी शक्ति का आव्हान कुछ विशेष परिस्थितियों में किया जा सकता है और इसके पश्चात मानवीय पीड़ाए कम होने लगेगी। सभी देशों का इतिहास इस विश्वास का समर्थन करता है और इसके लिए सबूत भी देता है।
कहा जाता है कि विश्व के आरंभिक इतिहास में मनुष्य पर अच्छा या बुरा प्रभाव अथवा बीमार का उपचार करने की गुप्त शक्तियां केवल पादरियों अथवा सभी देशों के पवित्र मनुष्य के पास निहित थी। बीमार को ठीक करने की शक्ति उन्हें सीधे ईश्वर से मिलती थी और उपचार करने की प्रक्रियाओं में कई प्रकार के रीति रिवाज जैसे सिर पर हाथ रखना, मंत्र अथवा झाड़ फूंक, ताबीज पहनना, अभिमंत्रित ताबीज की अंगूठियां, पुराने अवशेष और प्रतिमाओं की पूजा करना आदि का विभिन्न प्रकार से भगवान को अर्पण करना था।
एग्जांपल के रूप में प्राचीन मंदिरों में पुजारी अपने मरीजों को नशे की दवाइयां देते थे और मरीज को सोने से पहले उन्हें सम्मोहित करके कहते थे कि नींद में ईश्वर उनके पास आएगा और उन्हें स्वस्थ करेगा। इसी तरह कई अन्य उपचार होते थे। जाहिर है, यह सब अवचेतन दिमाग को एक असरदार सुझाव देने का कार्य होता था।
बाइबिल की रिपोर्ट में अवचेतन शक्ति का उपयोग
जिन चीजों की आप इच्छा करते हैं, जब आप उनके लिए प्रार्थना और विश्वास करते हैं कि वह आपको मिला है तो वह आपको निश्चित रूप से मिलेगा। इस तकनीक की सफलता इस सोच, विचार और इस छवि के दृढ़ विश्वास पर आधारित है कि यह छवि पहले से ही दिमाग में मौजूद है। किसी भी वस्तु के दिमाग की दुनिया में एक पदार्थ के रूप में होने के लिए यह यहां पहले से ही उपस्थित हैं, इसे इस तरह से सोचा जाना चाहिए।
यहां कुछ गुप्त शब्दों में एक संक्षिप्त और विशिष्ट निर्देश जिसमें विचार की रचनात्मक शक्ति को प्रयोग करते हुए इस विशिष्ट चीज जिसकी आप इच्छा रखते हैं, उसे अवचेतन पर छापा जाता है। आपकी सोच, विचार, योजना और ध्येय यह अपने स्तर पर उतना ही सच है, जितना आपका हाथ या आपका हृदय।
बाइबिल का एक उत्कृष्ट उदाहरण है, जब वे घर में आए, तब एक अंधा व्यक्ति उनके पास आया। जीसस ने उसे कहा, क्या आपको विश्वास है कि मैं यह कर सकता हूं? उसने उनसे कहा, हां, मेरे लॉर्ड। तब जीसस ने यह कहते हुए उसकी आंखों को छुआ और कहां आपके विश्वास के अनुसार ऐसा ही हो और उसकी आंखें खुल गई। जीसस ने यह कहते हुए हैं फौरन उसे ऊर्जा दी कि देखो, किसी भी मनुष्य को इसके बारे में पता न चले।
आपके विश्वास के अनुसार ऐसा ही हो, इन शब्दों से आप देखते हैं कि जीसस वास्तव में अंधे व्यक्ति के अवचेतन मन से सहयोग की याचना कर रहे थे। उनका विश्वास, उनकी गहरी उम्मीदें, उनकी आंतरिक भावना, उनके अंदर की आस्था थी कि कुछ अद्भुत होगा, उनकी प्रार्थनाओं का जवाब मिलेगा और ऐसा ही हुआ। यह उपचार की समयबद्ध तकनीक है पूरी दुनिया में हर धर्म के आस्था वाले सभी आरोग्य साधक यानी के उपचार करने वाले समूह इसका उपयोग करते हैं।
विश्व के विभिन्न धार्मिक स्थलों पर चमत्कार
यह एक प्रमाणिक तथ्य है कि पवित्र स्थलों द्वारा विश्व के विभिन्न देशों जैसे जापान, भारत, यूरोप और अमेरिका में उपचार होते रहे हैं।
एग्जांपल के लिए जापान के दियाबत्सु नामक तीर्थ स्थान पर बुद्ध के मंदिर में, एक युवा लड़की की अर्चना जब वह प्रार्थना को धीमी आवाज में बोल रही थी, तो उसका सिर झुका हुआ था, उसने आहुति के रूप में महात्मा बुध की मूर्ति पर दो संतरे चढ़ाएं। उसने मोमबत्ती भी चढ़ाई। उसने अपनी आवाज खो दी थी और इस मंदिर में उसकी आवाज वापस आई। वह भगवान बुध को अपनी आवाज वापस आने पर उनको धन्यवाद दे रही थी। उसे पूरा विश्वास था कि यदि वे कुछ विशिष्ट धार्मिक क्रिया वृत और  उन पर कुछ आहुति देने का संकल्प लेगी तो महात्मा बुद्ध उसकी गाना गाने की आवाज को वापस ला देंगे।
इन सब चीजों ने उसके मन में विश्वास और उम्मीद जगाने में मदद की, जिससे उसका मन इस तरह की सोच के लिए तैयार हो गया। उसके अवचेतन मन में उसके विश्वास पर अपनी प्रतिक्रिया दी।
एक और एग्जांपल देखते हैं एक व्यक्ति को टी.बी की बीमारी थी। उसके फेफड़े बुरी तरह बीमार थे। उसके बेटे ने अपने पिता को ठीक करने का निर्णय लिया। वह पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया, पर्थ में आया, जहां उसके पिता रहते थे और उसने कहा कि वह एक साधु से मिला था, जो एक इलाज के लिए प्रसिद्ध यूरोप के किसी मंदिर से वापस आया था। उस साधु ने उसे एक असली क्रॉस का टुकड़ा बेचा। उसने साधु को उसके लिए $500 के बराबर रकम दी।
उस युवक ने वास्तव में एक किनारे पड़ी लकड़ी का टुकड़ा उठाया था, उसे लेकर वह एक जौहरी के पास गया और उसे एक अंगूठी में जुड़वा दिया, जिससे वह असली लगे। उसने अपने पिता को बताया कि कई लोग अंगूठी या क्रॉस को छूकर निरोगी हो गए थे। उसने अपने पिता की उत्सुकता इतनी जगाई कि उसके पिता ने उससे वह अंगूठी छीन ली और उसे अपनी छाती पर रखकर मन ही मन प्रार्थना की और सो गया। सुबह वह एकदम ठीक हो गया था। सभी क्लीनिक में किए गए चेकअप ने उसे रोगमुक्त दिखाया। यह तो आप जानते ही हैं कि वह सड़क के किनारे पड़ा लकड़ी का टुकड़ा नहीं था, जिसने उसे रोग मुक्त किया।
उसकी गहन कल्पनाशीलता और पूर्ण रूप से स्वस्थ होने का आत्मविश्वास और आशा उसके निरोग्य होने के कारण बने। कल्पनाशीलता ने विश्वास के अहसास के साथ मिलकर ऐसा कर दिखाया। पिता को उसके बेटे द्वारा उस पर अपनाई गई इस चालाकी का कभी पता नहीं चला। यदि उसे पता चलता तो शायद उसे यह बीमारी फिर से हो जाती। वह भविष्य में भी स्वस्थ और निरोग रहा और 15 वर्ष बाद 79 वर्ष की उम्र में अपनी स्वाभाविक मौत मरा।
5. आधुनिक समय में मानसिक उपचार
हर व्यक्ति निश्चित रूप से शारीरिक स्थितियों और मानवीय संबंधों के बारे में चिंतित है। वह क्या चीज है, जो उपचार करती है? उपचार शक्ति क्या है? हर कोई इस सवाल को पूछता है। इसका जवाब है कि यह उपचार शक्ति प्रत्येक अवचेतन मन के अंदर निहित है और बीमार व्यक्ति का परिवर्तित मानसिक स्वरूप इस उपचार शक्ति का उत्सर्जन करता है।
मानसिक या धार्मिक वैज्ञानिक चिकित्सक, मनोवैज्ञानिक, मनोचिकित्सक या चिकित्सीय डॉक्टर ने कभी भी किसी भी मरीज को निरोगी नहीं किया। यह एक पुरानी कहावत है, “डॉक्टर घाव की पट्टी करता है, लेकिन उसका उपचार ईश्वर करता है।„ मनोवैज्ञानिक या मनोचिकित्सक मरीज के मानसिक रुकावट को दूर करता है, जिससे उपचार सिद्धांत को जारी किया जा सके और मरीज को दोबारा स्वस्थ किया जा सके।
इस प्रकार डॉक्टर भौतिक रुकावट को दूर करता है, जिससे उपचार तरंगे स्वाभाविक रूप से काम कर सके। कोई भी चिकित्सक, सर्जन या मानसिक चिकित्सक यह दावा नहीं कर सकता कि “उसने मरीज को निरोगी किया।” इस एक उपचार शक्ति को कई नामों से पुकारा जाता है, जैसे प्रकृति, जीवन, ईश्वरीय रचनात्मक बुद्धिमता और अवचेतन शक्ति। जैसा कि पहले हम देख चुके हैं, मानसिक, भावनात्मक और शारीरिक रुकावट जिनके कारण जीवंत रखने वाले हमारे उपचार सिद्धांत बाधित होते हैं, उन्हें दूर करने के लिए कई विभिन्न प्रकार के उपायों का उपयोग किया जाता है।
आपके अवचेतन दिमाग के अंदर निहित उपचार सिद्धांत को यदि आपके या किसी अन्य व्यक्ति द्वारा सही तरह से निर्देशित किया जाए तो यह शरीर के सभी रोगों को दूर कर सकता है और यह करेगा। यह उपचार सिद्धांत, सभी व्यक्तियों पर कार्य करता है, चाहे वह किसी भी जाति, रंग या पंथ के हो। इस उपचार प्रक्रिया में भाग लेने के लिए आपका किसी विशिष्ट चर्च या मंदिर से जुड़ना आवश्यक नहीं है। आपका अवचेतन आपके हाथ के किसी भी जले भाग या घाव को ठीक करेगा, चाहे आप अपने को नास्तिक या अज्ञानी होने का दावा करते हो।

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