15 Habits That Make You Rich ?
15 हैबिट्स जो आपको अमीर बनाती हैं।
1. Financial Education
फाइनेंशियल एजुकेशन का मतलब होता है पैसों के बारे में सही ज्ञान हासिल करना। यह आपको यह समझने में मदद करता है कि पैसों को कैसे बचाया जाए, कहां इन्वेस्ट किया जाए और पैसों को कैसे बढ़ाया जाए। इससे आप अपने बजट को सही तरीके से मैनेज कर सकते हैं और सेविंग कर सकते हैं। जब आप फाइनेंशियल एजुकेशन लेते हो तो आपको समझ आता है की डेट क्या होता है? क्रेडिट क्या होता है? इन्वेस्टमेंट क्या होता है? और टैक्स कैसे काम करता है? इसके बारे में भी आपको अच्छी खासी जानकारी मिलती है। और यह फाइनेंशियल ज्ञान आपको फाइनेंशली सिक्योर बनता है और भविष्य में सही डिसीजन लेने में भी मदद करता है। पैसे से पैसा कमाना सीखो
2. Right Investments
राइट इन्वेस्टमेंट का मतलब होता है अपने पैसे को ऐसी जगह लगाना जहां से आपको उसका अच्छा रिटर्न मिल सके। जैसे कि सेल्फ एजुकेशन में, स्टॉक मार्केट में, रियल स्टेट में, म्युचुअल फंड में, गोल्ड में, और इंश्योरेंस जैसी चीजों में। इन्वेस्टमेंट का मैन लक्ष्य होता है अपने पैसे को ग्रो करना जिससे आपकी संपत्ति बढ़ सके और आप फाइनेंशली और मजबूत बन सके। इन्वेस्टमेंट करने से पहले आपको यह समझना बहुत जरूरी है कि जहां पर आप इन्वेस्ट कर रहे हैं उसमें रिस्क कितना है ताकि आपको कोई भी फाइनेंशियल नुकसान ना हो। और अपनी फाइनेंशियल सिचुएशन को देखते हुए ही इन्वेस्टमेंट करें। अमीर बनने की कला का संपूर्ण ज्ञान
3. Assets Building
असेट्स बिल्डिंग का मतलब होता है ऐसा प्रोडक्ट या सर्विस क्रिएट करना जहां से आपको पैसा आता रहे जिसे हम पैसिव इनकम भी कहते हैं। जैसे कि आपने कोई सॉफ्टवेयर बना दिया, कोई सर्विस चालू कर दी, कोई प्रॉपर्टी खरीदी जहां से आपको रेंट आए, किसी तरह का कोई कंटेंट क्रिएट कर दिया बुक्स के फॉर्मेट में, वीडियो के फॉर्मेट में या ऑनलाइन कोर्सेज के फॉर्मेट में और आप अपनी इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी भी क्रिएट कर सकते हैं जहां से आप लाइसेंस के थ्रू पैसिव इनकम बना सके। इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी का मतलब होता है किसी डिजाइन को, किसी सिंबल को, किसी नाम को या किसी इमेज को पेटेंट करवाना, ट्रेडमार्क लेना, कॉपीराइट लेना या ट्रेड सीक्रेट। तो असेट्स बिल्ड कीजिए जिससे आपकी नेटवर्थ लगातार बढ़ती रहे। Top Passive Income Ideas
4. Creating Multiple Streams of Income
इसका मतलब होता है की आपकों एक से ज्यादा इनकम सोर्स क्रिएट करने है जहां से अलग अलग जगह से पैसे आए। जैसे की साइड बिज़नेस, इन्वेस्टमेंट, रेंटल इनकम, फ्रीलांसिंग और अलग-अलग तरीके की पैसिव इनकम। मल्टीपल स्ट्रीम्स ऑफ़ इनकम आपको फाइनेंशियल स्टेबिलिटी और फ्यूचर के लिए फाइनेंशियल सिक्योरिटी प्रोवाइड करती है। मल्टीपल इनकम सोर्स होने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि जब आपका कोई एक इनकम सोर्स रुक भी जाता है तो भी आपकी फाइनेंशियल स्टेबिलिटी बनी रहती है जिससे आप फाइनेंशली हमेशा मजबूत रहते हैं। और अमीर बनने का पहला गुण ही यह है कि आप फाइनेंशली मजबूत बने।
5. Making Important Financial Decision At The Right Time
इसका मतलब होता है अपने इंपॉर्टेंट फाइनेंशियल डिसीजन को सही समय पर लेना। जब आप अपने फाइनेंशियल डिसीजन सही समय पर लेते हैं तो उनका आपको फ्यूचर में बहुत बड़ा फायदा होता है। और फाइनेंशियल डिसीजन लेने से पहले आपको अपने फाइनेशियल गोल्स को डिफाइन करना चाहिए ताकि आप सही डिसीजन सही समय पर ले सके। इसके साथ ही आपको रिसर्च भी करनी है कोई भी बड़ा डिसीजन लेने से पहले ताकि आप फाइनेंशल नुकसान से बच सके और जहां पर आपको समझ ना आए वहां पर आप किसी फाइनेशियल कंसल्टेंट की भी मदद ले सकते हैं जिससे उस डिसीजन का रिस्क असेसमेंट हो सके और आप ज्यादा रिस्की डिसीजन से बच कर एक सही डिसीजन ले पाओ। 15 स्किल्स जो करोड़पति मास्टर करते हैं
6. Avoiding Debt And Loans Totally
इसका मतलब होता है किसी भी तरह का लोन या उधार न ले। जब आप लोन जैसी चीजों से दूर रहते हैं तो यह आपका सबसे बुद्धिमानी वाला फाइनेंशियल डिसीजन होता है। अगर आपको लोन और डेट जैसी चीजों से बचाना है तो आपको अपने खर्चों को मॉनिटर करना होगा और अपने फालतू खर्चों से बचकर केवल अपने बजट के अंदर ही खर्चे करने होंगे। और हमेशा एक इमरजेंसी फंड अपने पास मेंटेन रखें ताकि कोई भी इमरजेंसी आए तो आपको लोन लेने की जरूरत ना पड़े। हमेशा अपनी इनकम के अकॉर्डिंग ही खर्च करें और क्रेडिट कार्ड और लोन जैसी चीजों से बचे। कम उम्र में अमीर बनने का असली रास्ता
7. Consistent Savings Plan
कंसिस्टेंट सेविंग प्लान का मतलब होता है एक रेगुलर पीरियड के अंदर फिक्स्ड अमाउंट सेव करना। यह एक सिस्टमैटिक तरीका है जिससे आप अपने सेविंग को लगातार बढ़ाते रहेंगे। सेविंग प्लान बनाने से पहले आपको यह समझ लेना चाहिए कि आपकी इनकम कितनी है और आपके एक्सपेंस कितने है फिर आपको एक्चुअल में पता चल जाएगा कि आप कितनी सेविंग कर सकते हैं। सेविंग करने का पहला रूल यह है कि आपको अपने अननेसेसरी खर्चों से बचाना है। और सेविंग को आसान बनाने के लिए आप अपनी सेविंग को ऑटोमेट कर सकते हैं जिससे ऑटोमेटेकली आपका एक फिक्स्ड अमाउंट आपके सेविंग अकाउंट में ट्रांसफर हो जाएगा। और इसी के साथ अपने सेविंग प्लान को रेगुलरली मॉनिटर करें और जरूरत पड़े तो प्लान में नई चीज इंप्लीमेंट भी करें। Online पैसे कैसे कमाए Top 5 तरीके
8. Prepare for emergency fund
प्रिपेयर फॉर इमरजेंसी फंड का मतलब होता है कि आप एक रिजर्व्ड अमाउंट रखते हैं, जिसे आप किसी भी अनअक्सेप्टेड या एमरजैंसी सिचुएशन में उसे यूज कर सके। यह फंड आपकी फाइनेंशियल स्टेबिलिटी को मेंटेन रखने के लिए होता है। एमरजेंसी फंड सेव करने के लिए पहले आपको यह देखना होगा कि आपकी इनकम कितनी है और कितने आपके एक्सपेंस है ताकि आप एक सही एमरजेंसी फंड अपने पास रख सके। आप एक सेपरेट अकाउंट भी ओपन कर सकते है जिसमे आप हर महीने एक फिक्स्ड अमाउंट अपने इमरजेंसी फंड के लिए सेव कर सके। और एक बात ध्यान रखें की इमरजेंसी फंड सिर्फ एमरजैंसी सिचुएशन के लिए ही यूज होना चाहिए। अमीर लोगों की 7 रणनीतियाँ
9. Insurance
इंश्योरेंस एक तरह का फाइनेंशियल प्रोटेक्शन होता है जो आपको फ्यूचर मैं किसी भी तरह की दुर्घटना होने पर आपको फाइनेंशली प्रोटेक्ट रखने का काम करता है। इंश्योरेंस लेने के लिए आप किसी इंश्योरेंस कंपनी से इंश्योरेंस लेते हैं और एक प्रीमियम पे करते हैं। और जब कोई अनएक्सेप्टेड घटना हो जाए जैसे कि हेल्थ इश्यू ,प्रॉपर्टी डैमेज या एक्सीडेंट तो आप कंपनी से कंपनसेशन रिसीव करते हैं। इंश्योरेंस लेने से पहले कुछ चीजे आपको समझ लेनी चाहिए जैसे की कितने प्रकार के इंश्योरेंस होते हैं, हेल्थ इंश्योरेंस होता है, बिजनेस इंश्योरेंस होता है, व्हीकल इंश्योरेंस होता है, प्रॉपर्टी इंश्योरेंस होता है जो आपको स्पेसिफिक सरकमस्टेंसस से कवर करता है। साथी आपको यह भी समझ लेना है कि इसका प्रीमियम कितना होगा, कवरेज कितना होगा और उसका क्लेम प्रोसेस क्या होगा।
10. Don’t Impulsive Buyings
इंपल्सिव बाइंग का मतलब होता है बिना सोचे समझे या बिना जरूरत की चीजों को खरीदना। जब आप बिना जरूरत की चीजों को खरीदते हैं तो यह आपकी फाइनेंशियल हेल्थ को खराब करता है। इससे बचने के लिए जब भी आप शॉपिंग करने जाएं तो पहले एक लिस्ट बना ले और उसी लिस्ट के हिसाब से अपना सामान खरीदें और हर महीने के एक्सपेंस की एक लिमिट सेट करें और उस लिमिट से बाहर न जाए। और जब भी आप कोई सामान खरीदें तो थोड़ा सोचिए की यह आइटम मेरी जरूरत है या केवल कोई टेंपरेरी डिजायर है? हमेशा फाइनेंशली स्ट्रांग रहने के लिए इंपल्सिव बाइंग से बचे।
11. Having A Budget
हेविंग ए बजट का मतलब होता है एक ऐसा प्लान बनाना जिसमें आप अपनी इनकम और एक्सपेंस को ऑर्गेनाइज कर सके। इससे आपको यह पता चलता है कि आप कितना कमा रहे हैं और उसे कहां और कितना खर्च कर रहे हैं। मंथली बजट बनाने से पहले अपने इनकम को कैलकुलेट करें जिसमें आपकी सैलरी, बिजनेस प्रॉफिट और अन्य सोर्स ऑफ इनकम शामिल होगी। फिर अपने हर महीने के एक्सपेंस को ट्रैक करें जैसे रेंट, बिल, ग्रोसरी एंटरटेनमेंट और एजुकेशन। इसी के साथ बजट बनाते समय अपने डेट और सेविंग गोल्स को भी ध्यान में रखें। और अपनी इनकम के हिसाब से हर एक्सपेंस कैटेगरी के लिए एक स्पेसिफिक अमाउंट एलोकेट करें जैसे कि यूटिलिटीज, ग्रोसरीज और एंटरटेनमेंट। बजट बनाने से आप अपने एक्सपेंस को कंट्रोल कर पाते हैं और सेविंग को बढ़ा पाते हैं।
12. Network With Successful People
सक्सेसफुल लोगों के साथ नेटवर्क बनाने का मतलब है कि आप उन लोगों के साथ जुड़े जो उस फील्ड के अंदर सक्सेसफुल हो चुके हैं जिसके अंदर आप होना चाहते हैं। जब आप सक्सेसफुल लोगों के नेटवर्क से जुड़ते हैं तो आप उनके एक्सपीरियंस से और उनकी गलतियों से सीख कर अपने लक्ष्य की ओर तेजी से आगे बढ़ सकते हैं। जब आप सक्सेसफुल लोगों के नेटवर्क में होते हैं तो आपको भी बड़ी बड़ी ऑपच्यरुनिटीज मिलती है जिससे आप तेजी से सफल बन सके। इसलिए ज्यादा से ज्यादा सक्सेसफुल लोगों के साथ अपना नेटवर्क बनाने की कोशिश करें। अमीर बनना है तो यह जान लो
13. Avoid Gambling
गैंबलिंग से बचाना एक इंपॉर्टेंट फाइनेंशियल डिसीजन है। गैंबलिंग में लोग पैसा लगाकर किसी अनसर्टेन आउटकम पर भरोसा करते हैं जैसे की लॉटरी टिकट, कसीनो या स्पोर्ट बेटिंग। अपने आप को गैंबलिंग के रिक्स और नतीजे के बारे में अवेयर रखें की गैंबलिंग में ज्यादातर लोग अपना नुकसान ही करते हैं। और कोई अगर गैंबलिंग में एक बार पैसा कमा भी ले तो वो ज्यादा दिन तक उनके पास में टिक नहीं सकता इस बात को आप हमेशा याद रखें और गैंबलिंग जैसी चीजों से हमेशा दूरी बनाए रखें क्योंकि यह आपको फाइनेंशली आगे बढ़ाने में मदद करता है।
14. Don’t Touch Drugs And Alcohols
ड्रग्स और अल्कोहल से बचाना एक इंपॉर्टेंट फाइनेंशियल डिसीजन तो है ही लेकिन एक इंर्पोटेंट हेल्थ डिसीजन भी है। क्योंकि यह आपके पैसों के नुकसान के साथ-साथ आपकी हेल्थ को भी खराब करता है। अगर आप ड्रग्स और एल्कोहोल्स को टच नहीं करते हैं तो आप अपना पैसा भी बचाते हैं और अपनी हेल्थ को भी बचाते हैं। इसलिए हमेशा अल्कोहल और ड्रग्स जैसी चीजों से दूर रहिए ताकि आप फाइनेंशली तो मजबूत बने ही लेकिन हमेशा हेल्दी भी रहे। और इस बात को हमेशा ध्यान रखें कि एक अमीर इंसान भी इन चीजों की लत से सड़क पर आ सकता है।
15. Knowing Your Needs And Wants
अपनी नीड्स और वांट्स को समझना बहुत जरूरी है फाइनेंशली स्टेबल बने रहने के लिए। नीड्स वह चीजे होती है जो आपके बेसिक सर्वाइवल के लिए जरूरी है। जैसे कि खाना, पीना, रहना और हेल्थ केयर। वांट्स वह चीजे होती है जो आपको खुशी देती है लेकिन उनकी जरूरत आपके बेसिक सर्वाइवल के लिए नहीं होती है। जैसे कि एंटरटेनमेंट, गैजेट्स, लग्जरी आइटम्स और ट्रैवल। अगर आप अपनी नीड्स और वांट्स को अच्छे से जानते हैं तो आप अपना पैसा पहले अपनी नीड्स पर खर्च करेंगे उसके बाद अगर बचता है तो आप अपनी वांट्स पर खर्च करने की सोचेंगे।
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